'तुम मुझे वोट दो'
मैं तुम्हें टूटी सड़क दूंगा
और दिलाऊंगा विपक्ष की याद
तूम्हें बीमारी दूंगा
और कहूंगा आप भी रहें सतर्क
बदहाल नाले, खस्ताहाल अस्पताल
और कहूंगा पहले से था इसका हाल बेहाल
रोजगार नहीं, नए-नए विचार दूंगा
आंकड़ें भी दूंगा
और पिछली सरकार का हिसाब भी
तेरा सब मेरा
राशन, बिजली, पानी सबका ठेका मेरा
पढ़ाई-जुताई-बुआई-सिंचाई भी मेरी
और मुआवजा भी मेरा
इतना सब कौन देगा ?
चलो अच्छा
स्मार्ट सिटी और बुलेट ट्रेन भी लाऊंगा
चांद-मंगल के बाद गुरु पर पहुंचाऊंगा
'तुम मुझे वोट तो'
मैं तुम्हें बदल दूंगा
सचमुच
- निशांत कुमार
No comments:
Post a Comment